शुक्रवार, 21 अगस्त 2015

व्हाट्सऐप  भागवद गीता

व्हाट्सऐप  भग्वद गीता

हे पार्थ,

||  तुम पिछले मेसेज का पश्चाताप मत करो ||

|| तुम अगले मेसेज की चिंता भी मत करो ||

|| बस अपने करंट मेसेज से ही प्रसन्न रहो ||

|| तुम जब नहीं थे, तब भी ये मेसेजो का चलन रहा था ||

|| तुम जब नहीं होगे, तब भी ये मेसेजो का चलन चलता रहेगा ||

|| जो मेसेज आज तुम्हारा है, कल किसी और का था ||

|| वो कल किसी और का होगा ||

|| तुम इसे अपना समझ कर मगन हो रहे हो ||

|| यही तुम्हारे समस्त दुखों का कारण है ||

|| बहुत बढ़िया लाइक धन्यवाद जैसे शब्द अपने मन से निकाल दो ||

|| निष्काम भाव से मैसेज करो.. फिर देखो तुम इस व्हाट्सऐप रूपि भवसागर में रहते हुए भी इस के समस्त कुप्रभावों से दूर रह कर स्वर्ग लोक को प्राप्त होगे  ||

राधे - राधे

जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे मत लीजिये,
जीने का शौक भी रखिये..

कुछ रिश्ते भगवान बनाता है .....

और कुछ रिश्ते whatsapp

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