Best poems shayari jokes messages for whatsapp facebook बेहतरीन कवितायेँ शायरी चुटकुले
जिस राह पर.. हर बार मुझेे.... अपना कोई.. छलता रहा...
फिर भी...न जाने क्यूँ मैं.. उसी राह ही... चलता रहा;
सोचा बहुत.. इस बार.. रोशनी नहीं.. धुँआ दूँगा
लेकिन... दीपक हुँ फ़ितरत से.. जलता रहा..जलता ही रहा...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें