सोमवार, 24 अगस्त 2015

भाई तो आखिर भाई होता ह

भाई पर कविता
भाई तो आखिर भाई होता है
माँ बाप की आन होता है।
अपनी बहन की शान होता है।
अपनी बीबी की जान होता है।
अपने बच्चों की मुस्कान होता है।
भाई तो आखिर भाई होता है।
अपने माँ बाप का दुलार होता है।
अपनी बहन का प्यार होता है।
अपनी बीबी का इंतजार होता है।
अपने बच्चों का उपहार होता है।
भाई तो आखिर भाई होता है।
अपने माँ बाप की बीमारी में श्रवन कुमार होता है।
अपनी बहन की बिदाई में सुकुमार होता है।
अपनी शादी में बीबी के सपनो का राजकुमार होता है।
अपने बच्चों के जन्म पर जिम्मेदारी का अहसास होता है।
भाई तो आखिर भाई होता है।

1 टिप्पणी:

  1. कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

    मै यादों का
    किस्सा खोलूँ तो,
    कुछ दोस्त बहुत
    याद आते हैं.

    मै गुजरे पल को सोचूँ
    तो, कुछ दोस्त
    बहुत याद आते हैं.

    अब जाने कौन सी नगरी में,
    आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
    मै देर रात तक जागूँ तो ,
    कुछ दोस्त
    बहुत याद आते हैं.

    कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
    कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
    मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
    कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

    सबकी जिंदगी बदल गयी
    एक नए सिरे में ढल गयी

    किसी को नौकरी से फुरसत नही
    किसी को दोस्तों की जरुरत नही

    कोई पढने में डूबा है
    किसी की दो दो महबूबा हैं

    सारे यार गुम हो गये हैं
    तू से आप और तुम हो गये है

    मै गुजरे पल को सोचूँ
    तो, कुछ दोस्त
    बहुत याद आते हैं.

    जवाब देंहटाएं